लेखनी प्रतियोगिता - वक्त और हम
वक्त और हम....
वक्त है,
गुजर ही जाएगा,
दुनिया की ये बात सुनते सुनते,
अपना सारा वक्त यूं ही गवां
देते हैं लोग,
अपने वक्त को अपने हाथ से,
कल की आस लिए
निकल जाने देते है लोग,
जबकि सबको पता है,
वक्त कोई भी हो,
लौट कर नहीं आएगा।
प्रियंका वर्मा
15/10/22
Suryansh
20-Oct-2022 11:48 PM
बहुत ही उम्दा
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Reena yadav
16-Oct-2022 03:40 PM
👍👍🌺
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Swati chourasia
15-Oct-2022 07:14 PM
बहुत खूब
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